विचारों को वास्तविकता में परिवर्तित करना
26-11-2024
क्वांटम प्रौद्योगिकी में भारत को वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए माननीय केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय क्वांटम मिशन और राष्ट्रीय अंतर्विषयक साइबर-भौतिक प्रणाली मिशन (NM-ICPS) के अंतर्गत समर्थन हेतु आठ अग्रणी स्टार्टअप्स के चयन की घोषणा की।
चयनित स्टार्ट-अप्स अर्थात क्यूएनयू लैब्स, क्यूपीआईएआई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिमिरा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, प्रेनिशक्यू प्राइवेट लिमिटेड, क्यूप्रयोग प्राइवेट लिमिटेड, क्वानास्ट्रा प्राइवेट लिमिटेड, प्रिस्टीन डायमंड्स प्राइवेट लिमिटेड और क्वान2डी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड क्वांटम प्रौद्योगिकियों में नवाचार को गति प्रदान करने का कार्य करेंगे।
- चयनित क्वांटम स्टार्ट-अप के डोमेन: क्यूएनयू लैब्स (बेंगलुरु): एंड-टू-एंड क्वांटम-सेफ हेटेरोजीनियस नेटवर्क विकसित करके क्वांटम संचार को आगे बढ़ाना
- क्यूपीआईएआई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (बेंगलुरु): एक सुपरकंडक्टिंग क्वांटम कंप्यूटर का निर्माण, क्वांटम कंप्यूटिंग में एक मील का पत्थर साबित होगा
- डिमिरा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (आईआईटी बॉम्बे): क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए आवश्यक स्वदेशी क्रायोजेनिक केबल पर ध्यान केंद्रित करना
- प्रीनिशक्यू प्राइवेट लिमिटेड (आईआईटी दिल्ली): इस क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण सटीक डायोड-लेजर सिस्टम विकसित करना।
- क्यूप्रयोग प्राइवेट लिमिटेड (पुणे): क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी में ऑप्टिकल एटॉमिक क्लॉक और संबंधित तकनीकों का नवाचार
- क्वानास्ट्रा प्राइवेट लिमिटेड (दिल्ली): उन्नत क्रायोजेनिक्स और सुपरकंडक्टिंग डिटेक्टर विकसित करना
- प्रिस्टीन डायमंड्स प्राइवेट लिमिटेड (अहमदाबाद): क्वांटम सेंसिंग के लिए डायमंड मटीरियल बनाना
- क्वान2डी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (बेंगलुरु): सुपरकंडक्टिंग नैनोवायर सिंगल-फोटॉन डिटेक्टरों को आगे बढ़ाना
उक्त स्टार्टअप्स का चयन एक जटिल मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद अत्यंत सावधानीपूर्वक किया गया, जो इस बात को दर्शाता है कि वह राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (NQM) की उस दृष्टि के अनुरूप हैं, जिसका उद्देश्य अत्याधुनिक अनुसंधान, नवाचार और औद्योगिक अनुप्रयोगों को बढ़ावा देना है, ताकि भारत को वैश्विक मंच पर क्वांटम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी स्थान दिलाया जा सके।
डॉ. सिंह ने वैश्विक क्वांटम क्रांति का नेतृत्व करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और इन स्टार्टअप्स की भूमिका को राष्ट्र के तकनीकी भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण बताया।